उत्तर प्रदेश में उद्यमशीलता (Entrepreneurial) और स्टार्टअप को बढ़ावा देने और एक मजबूत इको सिस्टम बनाने के लिए सरकार राज्य के 15 इंजीनियरिंग कॉलेजों में इनक्यूबेटर स्थापित करने जा रही है। सरकार ने इसके लिए 22.64 करोड़ का बजट भी जारी कर दिया है। इसके तहत एकेटीयू में इनोवेशन हब स्थापित किया जाएगा। इसके साथ ही फैकल्टी ऑफ आर्किटेक्चर और सेंटर फॉर एडवांस स्टडीज में इनक्यूबेटर सेंटर बनाए जाएंगे।
आईआईटी कानपुर देगा ट्रेनिंग
तकनिकी व व्यावसायिक शिक्षा विभाग के सचिव आलोक कुमार ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा जारी स्टार्टअप निति-2020 में सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस, इनोवेशन हब और इन्क्यूबेटर्स सेंटर की स्थापना पर जोर दिया गया है, ताकि प्रदेश में स्टार्टअप को बढ़ावा मिले। अलोक कुमार ने बताया कि तकनीकी शिक्षा विभाग के तहत कुल 20 इनक्यूबेटर और एकेटीयू के लखनऊ कैंपस में एक इनोवेशन हब स्थापित करे का लक्ष्य है। इन सभी इन्क्यूबेटरों को स्पोक-हब मॉडल पर इन इनोवेशन हब से जोड़ा जाएगा। सरकार ने स्टेट एंट्रेंस एग्जाम के फंड से सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों में 15 इनोवेशन हब के बुनियादी ढांचे और संचालन के लिए 22.64 करोड़ की राशि स्वीकृत की है। आईआईटी कानपुर ने इन संस्थानों के संकाय-प्रभारी को ट्रेनिंग देने की सहमति दी है और यह कार्यक्रम इसी महीने शुरू हो जाएगा।
इनक्यूबेटर सेंटरों को 5 साल तक दी जाएगी सहायता
इन सेंटर्स को अगले 5 साल तक मदद दी जायेगी। इनक्यूबेटर और इनोवेशन हब की स्थापना के साथ ही यहां होने वाले सेमिनार, वर्कशॉप, ट्रेनिंग और जागरूकता गतिविधियों और मशीनों को ऑपरेट करने की ट्रेनिंग संग जरूरी संसाधनों के लिए 5 साल तक सहायता दी जाएगी, साथ ही सॉफ्टवेयर आदि की खरीद के लिए एकमुश्त सहायता मिलेगी।