मेरठ से प्रयागराज को जोड़ने वाले एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए राज्यस्तरीय पर्यावरण प्रभाव मूलयांकन अथॉरिटी (State Level Environmental Impact Assessment Authority) ने मंजूरी दे दी है और जल्द ही इसका निर्माण कार्य शुरू भी शुरू हो जाएगा।
यूपीडा के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक एक्सप्रेस-वे के लिए टेंडर की प्रक्रिया पहले से चल रही है और यह प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। एक्सप्रेस-वे कौन सी कंपनियां बनाएंगी, इसके लिए यूपीडा टेंडर मंगवा चूका है। 594 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस-वे की अनुमानित निर्माण लागत 36,230 करोड़ रुपये होने का अनुमान है। इस परियोजना के लिए पीपीपी मोड पर डिज़ाइन, बिल्ड, फाइनेंस, ऑपरेट एंड ट्रांसफर के लिए टेंडर मांगे गए हैं।
12 जिलों से होकर गुजरेगा एक्सप्रेस-वे
गंगा एक्सप्रेस-वे मेरठ-बुलंदशहर मार्ग (NH-334) पर मेरठ जिले के बिजौली गांव से शुरू होकर प्रयागराज के जुडापुर दांदू गांव में समाप्त होगा। एक्सप्रेस-वे 12 जिलों से होकर गुजरेगा, इनमें मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज शामिल है। यह एक्सप्रेस-वे 6 लेन चौड़ा होगा, जिसका 8 लेन तक विस्तार किया जा सकता है। इसके लिए लगभग 94 प्रतिशत जमीन का अधिग्रहण किया जा चूका है। इस पर 7 आरओबी, 17 इंटरचेंज, 14 मेजर ब्रिज, 126 माइनर ब्रिज, 28 फ्लाईओवर, 50 वियूपी,171 एलवियूपी, 160 एसवियूपी और 946 पुलियों का निर्माण किया जाएगा।