मुख्य बिंदु
लखनऊ में डेंगू का प्रकोप लगातार जारी है और बीते मंगलवार को 26 नए डेंगू के मरीज मिले। इस साल अब तक करीब 625 डेंगू के मरीज मिल चुके हैं और दो मरीजों की मौत हो चुकी है। मंगलवार को ऐशबाग, काकोरी, आलमबाग, रेडक्रॉस, अलीगंज, इंदिरानगर, सिल्वर जुबली, सरोजनीनगर आदि इलाकों में मरीज मिले हैं और इनमें से करीब 8 मरीज अस्पतालों में भर्ती हुए।
इसमें से 3 मरीज बलरामपुर अस्पताल और 5 मरीज लोकबंधु अस्पताल में भर्ती हुए। बाकी मरीज घरों पर रहकर ही अपना इलाज करवा रहे हैं। सबसे अधिक लोकबंधु अस्पताल में 45 डेंगू मरीज भर्ती हैं। वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कई लोगों को डेंगू के प्रति जागरूक किया। शहर के करीब 1255 घरों तथा विभिन्न मच्छर जनित स्थितियों का सर्वे किया गया जिनमें से 7 घरों को नोटिस जारी की गई।
राजधानी में डेंगू से हुई दो लोगों की मौत
लखनऊ में घातक हो रहे डेंगू ने सातवीं की छात्रा की जान ले ली। हफ्ते भर में डेंगू से यह दूसरी मौत है, जिससे स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। काकोरी के बढ़ौना गांव निवासी 12 साल की वंशिका को बुखार आने पर बलरामपुर अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती कराया। यहां डेंगू के कार्ड टेस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। डॉक्टरों ने हालत बिगड़ती देख ट्रामा सेंटर रेफर किया।
डॉक्टरों ने ईसीजी समेत अन्य जांचे कराई, लेकिन उसके शरीर में हरकत बंद हो चुकी थी। इस पर उसे ट्रामा सेंटर भेजा गया। यहां डॉक्टरों ने जांच के बाद छात्रा को मृत घोषित कर दिया। इससे पहले ठाकुरगंज के अंबरगंज के छात्र की निजी अस्पताल में मौत हुई थी।
मादा एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से होता है डेंगू
अध्ययनों से पता चला है कि मादा एडीज एजिप्टी मच्छरों से ही डेंगू का वायरस फैलता है और यह ठहरे हुए पानी में अंडे देती है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने 7 घरों और इंदिरा नगर इलाकों में इन मच्छरों के लार्वा पाए हैं। इन क्षेत्रों को डेंगू की रोकथाम के लिए स्वच्छता बनाए रखने के लिए नोटिस जारी किए गए हैं।
लखनऊ में बेमौसम बरसात के कारण जलभराव की समस्या बन गई है, जिससे इनमें मच्छरों के प्रजनन की संभावना बढ़ जाने से भारी मात्रा में डेंगू का लार्वा पाया जा रहा है। ऐसे में, स्वास्थ्य विभाग ने शहरवासियों से अपील की है की अपने अपने घरों के आसपास साफ सफाई रखें और जल्दभारव की स्थिति पैदा न होने दें जिससे डेंगू को फैलने से रोका जा सके।