मुख्य बिंदु
सड़क मार्ग से लखनऊ से कौशांबी, चित्रकूट और मध्य प्रदेश आने जाने वाले लोगों का अब सफर बेहद ही आसान होने जा रहा है। करेटी घाट प्रतापगढ़ से शहजादपुर कौशांबी तक गंगा नदी पर पुल बन रहा है और इसका निर्माण कार्य जल्द पूरा होने को है। अब मुसाफिरों को प्रतापगढ़ के कुंडा होकर जाने पर प्रयागराज नहीं आना पड़ेगा और इससे यात्रा का सफर 1 घंटे कम हो जाएगा। करेटी से शहजादपुर तक बन रहे पुल की लंबाई 1272 मीटर है। इसे बनाने में 248 करोड़ रुपये का खर्च आया है। नए यमुना पुल की तरह जर्मन तकनीक से इसका निर्माण एक्स्ट्रा डोज केबल स्टे सेतु के रूप में किया गया है और पुल में 13 पिलर होंगे।
इस पुल पर नवंबर तक आवगमन शुरू होने की उम्मीद है। सेतु निगम को इसके निर्माण का जिम्मा दिया गया है। लखनऊ और रायबरेली के लोग अभी तक कौशांबी, चित्रकूट और एमपी जाने के लिए प्रयागराज से गुजरते है। इससे तकरीबन 50 किलोमीटर का लंबा चक्कर लगाना पड़ता है। इसे ध्यान में रखकर शासन ने करेटी घाट से शहजादपुर तक गंगा पर पुल बनाने की स्वीकृति दी थी। साल 2019 में पुल का निर्माण सेतु निगम ने शुरू किया। अब 95 फीसदी काम पूरा हो चूका है। नवंबर अंत में इसे शुरू करने की तैयारी है। सेतु निगम के परियोजना प्रबंधक सुभाष बागड़ी ने बताया कि पुल का निर्माण पूरा होने को है। आवागमन के लिए इसे नवंबर अंत या दिसंबर की शुरुआत में आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा।