मुख्य बिंदु
लखनऊ समेत पूरे उत्तर प्रदेश में 1 नवंबर से राज्य में घरों पर जाकर मीटर रीडिंग करने वाले मीटर रीडरों के पास बिजली बिल वसूली का अधिकार होगा। उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन ने यह फैसला लिया है। उपभोक्ताओं की मर्जी होगी की उपभोक्ता चाहें तो वह मीटर रीडर के माध्यम से ही अपने बिल का भुगतान कर दें। हालांकि बिजली दफ्तरों का काउंटरों के साथ ही ऑनलाइन भुगतान के विकल्प पूर्व की भांति उपलब्ध रहेंगे। राज्य में मौजूदा बिलिंग एजेंसियों का कार्यकाल इस महीने समाप्त हो जाएगा। नवंबर से नई बिलिंग एजेंसियां अपना कामकाज संभालेंगी।
उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के चेयरमैन एम. देवराज ने नई एजेंसियों को निर्देश दिए हैं कि मीटर रीडिंग के साथ ही मौके पर बिजली बिल की वसूली की जिम्मेदारी भी निभाएं। जो उपभोक्ता बिल का भुगतान तत्काल करना चाहते हैं, उनसे बिल की धनराशि लेने के बाद मौके पर ही रसीद दें।
लखनऊ के लाखों उपभोक्ताओं को होगा फायदा
इस नई सुविधा से राजधानी लखनऊ के करीब 10 लाख उपभोक्ताओं को फायदा मिलेगा । घर बैठे बिजली बिल जमा कराएं और बिल जमा करने के साथ हाथोंहाथ रसीद भी ले लें। इस नई सुविधा के लिए मध्यांचल विद्युत वितरण निगम और चंडीगढ़ की आईटी कंपनी मेसर्स टीडीएस मैनेजमेंट कंसल्टेंट प्राइवेट लिमिटेड के बीच अनुबंध होने जा रहा है। अनुबंध से पहले मध्यांचल निगम के अधीक्षण अभियंता (वाणिज्य) विपिन जैन ने 19 सितंबर को कंपनी को लेटर ऑफ इंटेंट जारी कर दिया है। मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लखनऊ प्रबंध निदेशक सूर्यपाल गंगवार का कहना कि, कई उपभोक्ता बिल पाने के बाद भी किन्हीं कारणों से भुगतान नहीं कर पाते। ऐसे उपभोक्ताओं को इस सुविधा से काफी सहूलियत मिलेगी और इससे राजस्व वसूली भी बढ़ेगी।