दूसरी लहर से समय राजस्थान राज्य में नागरिकों को ऑक्सीजन संकट का सामना करना पड़ा था, अब तीसरी लहर की आशंका के बीच, ऑक्सीजन की पर्याप्त सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए जयपुर में 5 ऑक्सीजन प्लांट का संचालन शुरू कर दिया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, ये ऑक्सीजन प्लांट हर मिनट में 4,200 लीटर ऑक्सीजन का उत्पादन करेंगे। जनाना और एसएमएस अस्पताल में दूसरे ऑक्सीजन प्लांट के शुरू होने पर इनकी क्षमता बढ़कर 6,200 लीटर प्रति मिनट हो जाएगी।
जयपुर में 8 में 5 ऑक्सीजन प्लांट लगाए गए
संभावित तीसरी लहर के खिलाफ मौजूदा स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त बनाने के लिए, जयपुर में केंद्र सरकार के माध्यम से करीब 8 अस्पतालों में डीआरडीओ और एनएचएआई के तहत ऑक्सीजन प्लांट लगाने थे। इनमें से 5 अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा चुके हैं। ईएसआईसी, गणगौरी, प्रताप नगर स्थित कैंसर अस्पताल, एसएमएस, जेके लॉन अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो चुके हैं। प्रताप नगर कैंसर अस्पताल को छोड़कर सभी अस्पतालों में प्रति मिनट 1 हजार लीटर ऑक्सीजन का उत्पादन होगा।
बाकी तीन ऑक्सीजन प्लांट भी जल्द ही लगाए जाएं, इनका सिविल काम पूरा हो चुका, प्लांट लगना अभी बाकी है। केंद्र सरकार के तहत डीआरडीओ के माध्यम से राजधानी में आठ ऑक्सीजन प्लांट लगने थे। इसमें से पांच प्लांट में ऑक्सीजन का उत्पादन शुरू हो गया है।
इन ऑक्सीजन प्लांट से उत्पादिट ऑक्सीजन से पूरे राजस्थान में ऑक्सीजन की आपूर्ती की जाएगी। राजस्थान में तीसरी लहर से निपटने के लिए की जा रही तैयारियों में यह एक महत्वपूर्ण कदम था, जिससे कई लोगों को ज़रूरत के समय मदद मिलने की उम्मीद है।