महामारी की समग्र गिरावट के बीच डेल्टा म्युटेशन का एक नया वैरिएंट,विशेष रूप से इंदौर के लोगों के लिए नए संक्रमण और परेशानी का कारण बन रहा है। नेशनल सेंटर ऑफ डिजीज कंट्रोल (National Centre of Disease Control) की जीनोम अनुक्रमण रिपोर्ट के अनुसार, जिले में लगभग 7 AY.4 के मामले सामने आये हैं– जो डेल्टा म्युटेशन का एक सब-वेरिएंट हैं। वर्त्तमान समय में, इस नए म्युटेंट की समग्र गंभीरता के बारे में बहुत कुछ ज्ञात नहीं है।
महू बना कोविड हॉटस्पॉट
इंदौर के स्वास्थ्य अधिकारियों ने सितंबर में जीनोम अनुक्रमण के लिए एक नियमित कोरोना सैंपलिंग को किया और इसके परिणामों से यहाँ खतरे की घंटी बज गयी। डेल्टा कोरोनावायरस का एक नया सब-वेरिएंट सामने आया है, जो न तो डेल्टा है और न ही डेल्टा प्लस संरचना में है। एनसीडीसी द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, इन सात नए AY.4 मामलों में से पहला 1 अक्टूबर को और अन्य 16 अक्टूबर तक दर्ज किये गए।
यह सर्कुलर आगे इस बात पर प्रकाश डालता है कि उप-वंशीय संस्करण ने अकेले सितंबर के महीने में इंदौर की कोरोना की संख्या में 64% की वृद्धि की है। आंकड़ों के अनुसार, महू में आर्मी वॉर कॉलेज में प्रशिक्षण लेने वाले कुल 44 सैन्य अधिकारी 23 से 25 सितंबर के बीच कोरोना पॉजिटिव पाए गए। 7 नए AY.4 मामलों में से 2 मामले महू छावनी में तैनात सेना अधिकारी भी हैं, इंदौर सीएमओ को सूचित किया।
इंदौर में एक और महामारी?
कोविड AY.4 के अलावा, मुख्य वैश्विक उप-वंश, डेल्टा प्लस म्यूटेशन, चिंता का एक प्रकार भी इंदौर को जकड़ रहा है। अभी तक, चिंताओं और रुचि के प्रकारों के लगभग 181 मामले यहां सामने आए हैं, जिनमें डेल्टा के 112, यूके वेरिएंट अल्फा के 46, सब-वेरिएंट अल्फा का एक मामला और शेष बीटा शामिल हैं।