कोरोनवायरस की दूसरी लहर ने इंदौर और पूरे देश में अधिक से अधिक अस्पताल के बिस्तर,ऑक्सीजन सप्लाई और अन्य उपचार सुविधाओं की आवश्यकता को उजागर किया। ऐसे में जिला प्रशासन ने बुधवार को नंदा नगर क्षेत्र में 300 बेड के सेंटर का भूमि पूजन किया। कथित तौर पर, यह प्रावधान ईएसआई मॉडल पर आधारित होगा और मजदूर वर्ग के लिए किफायती इलाज की सुविधाओं को पूरा करेगा।
इंदौर के चिकित्सा ढांचे में सुधार करेगा नया अस्पताल
मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव ने अस्पताल की नींव रखी। उन्होंने ही आम जनता, विशेषकर श्रमिक वर्ग के लिए किफायती अस्पतालों की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह केंद्र उन सभी के लिए फायदेमंद साबित होगा, जो प्राइवेट अस्पतालों और संस्थानों का भारी भरकम बिल नहीं चुका सकते। रिपोर्ट के अनुसार, लोगों को उन्नत सुविधाओं को पूरा करने के लिए केंद्र में एक सुपर स्पेशियलिटी प्रणाली भी होगी।
अस्पताल गंभीर और दुर्घटनाओं वाले आपातकालीन मामलों में इलाज सहायता प्रदान करेगा हालांकि, श्रमिक वर्ग की आबादी को प्रवेश प्राथमिकता दी जाएगी। अस्पताल परिसर का विस्तार 100 एकड़ भूमि में होना तय हुआ है और यहां एक चिकित्सा विश्वविद्यालय स्थापित करने की योजना पर अभी विचार किया जा रहा है।