मुख्य बिंदु
इंदौर मेट्रो का निर्माण कार्य जारी है और अब मेट्रो कॉरिडोर के लिए अब दूसरे पिलर की कांक्रीटिंग का काम पूरा हो गया है। पहले पिलर नंबर-3 की कांक्रीटिंग का काम किया गया था, उसके बाद पिलर नंबर 8 की कांक्रीटिंग की गई थी। फिलहाल दोनों पिलर पर तरी का काम हो रहा है। दोनों ही पिलर एमआर-10 रेल ओवरब्रिज के पास हैं। अगले चरण में दोनों पिलरों पर कैप बनाई जाएगी, जिसपर मेट्रो के ब्रिज टिके होंगे।
कांक्रीटिंग के साथ पाइलिंग का काम भी जारी है
मेट्रो कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल उन खंभों की कांक्रीटिंग की जा रही है, जिनकी कांक्रीटिंग से पहले के ज्यादातर काम पूरे हो चुके हैं। इसके साथ-साथ पाइलिंग का भी काम हो रहा है। चार मशीनों की मदद से हर पिलर के चारों तरफ चार-चार पाइल किए जाएंगे। जहां पी-18 की पाइलिंग का काम हो चुकी है, वहीं पी-74 पर टेस्ट पाइल का काम अभी भी जारी है। अब पी-31 से पी-40 के बीच (चंद्रगुप्त चौराहा से बापट चौराहा के बीच) पाइलिंग का काम एक-दो दिन में शुरू करने की तैयारी है।
रिपोर्ट के अनुसार, मेट्रो कॉरिडोर के ब्रिज बनने में समय लग सकता है क्योंकि उसके लिए कम से कम एक किलोमीटर लंबाई में ज्यादातर पिलर बनने जरूरी हैं। एक पिलर को दूसरे पिलर से जोड़ने के बाद कॉरिडोर दिखने लगेंगे। पुल बनाने की तैयारी भी कंपनी पहले ही कर चुकी है, ऐसा अनुमान है कि नवंबर-दिसंबर तक एमआर-10 ब्रिज से बापट के बीच ज्यादातर पिलर बनने पर मेट्रो ट्रेन के ब्रिज बनाने का काम शुरू हो जाएगा।
पौधों को शिफ्ट करने का और टाइल्स उखाड़ने का काम हुआ शुरू
नगर निगम ने बापट चौराहा से विजय नगर चौराहा के बीच सेंट्रल डिवाइडर पर लगे पौधों की शिफ्टिंग और डिवाइडर पर लगी टाइल्स उखाड़ने का काम शुरू कर दिया है। अगले चरण में इस हिस्से में डिवाइडर और रोटरी तोड़ने संबंधी काम किए जाएंगे।