इंदौर के नेहरू स्टेडियम में बने बैडमिंटन हॉल के दरवाजे़ आखिरकार तीन साल बाद खिलाड़ियों के लिए खोल दिए गए। रिपोर्ट के अनुसार, इंदौर जिला संगठन को स्वीकृत इस हॉल को 2018 विधानसभा चुनाव की आचार संहिता के बाद स्ट्रांग रूम में बदल दिया गया था। जिसके बाद यहां से इवीएम मशीन नहीं हटाई गई और प्रशासन ने इसे सील करके रखा था।
कोर्ट के फैसले के बाद हटाई जा रही हैं मशीनें
रिपोर्ट के अनुसार, संगठन के पदाधिकारी ने डीएम से मशीनें हटाने का आग्रह किया था, लेकिन कलेक्टर ने कहा, हाई कोर्ट के आदेश के बिना ईवीएम ट्रांसफर नहीं कर सकते। तब अधिवक्ता सुधांशु व्यास ने लंबित याचिका में हस्तक्षेप करते हुए 29 जुलाई को आवेदन प्रस्तुत कर बैडमिंटन हॉल को खिलाड़ियों के लिए फिर से उपलब्ध कराने की मांग की। याचिका पर सुनवाई करते हुए, कोर्ट ने 4 अक्टूबर को ईवीएम निर्वाचन भवन में ट्रांसफर करने का आदेश दिया।
जूनियर, सीनियर, मास्टर्स डिस्ट्रिक्ट टूर्नामेंटों का आयोजन किया जाएगा
कथित तौर पर, इंदौर जिला बैडमिंटन संगठन के सचिव आरपी सिंह नैयर ने बताया हॉल खुलने से जिला स्तरीय स्पर्धा शुरू करेंगे और कोचिंग कैंप लगाएंगे। इस हॉल के खुलने के बाद जूनियर, सब जूनियर, सीनियर, मास्टर्स डिस्ट्रिक्ट जैसे टूर्नामेंट भी करवाए जा सकेंगे। इसके साथ ही, जिला टीम का चयन और स्टेट रैंकिंग जैसी स्पर्धाएं भी कराई जा सकेंगी। नेहरू स्टेडियम शहर के बीच में होने के कारण सभी जगहों से खिलाड़ी आसानी से पहुंच जाते हैं।
नेहरू स्टेडियम में बैडमिंटन हॉल बंद होने से पहले 300 से अधिक खिलाड़ी और क्लब मेंबर रोजाना प्रैक्टिस करने आते थे। तीन साल बाद दुबारा खुलने से खिलाड़ी यहां फिर से प्रैक्टिस करने आने लगेंगे।
यहां पर क्लब मेंबर और खिलाड़ियों से लिया जाने वाला शुल्क भी अन्य जगहों की अपेक्षा काफी कम है। इसके फिर से शुरू हाने खिलाड़ियों के साथ संगठन को भी आर्थिक रूप से फायदा होगा।